आज का विचार
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प्रियवाक्य प्रदानेन सर्वे तुष्यन्ति जन्तवः ।
तस्मात्तदेव वक्तव्यं वचने का दरिद्रता ।।
भावार्थ-चाहे पशु पक्षी हो या मानव सभी मधुर वाणी से सन्तुष्ट होते है, इसीलिए व्यक्ति को हमेशा ही प्रिय अर्थात मधुर वचनों का ही प्रयोग करना चाहिए। ऐसे वचन कहने में कंजूसी नहीं करनी चाहिए ||
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